Just a small thought..

प्रेम का बंधन न बाँधो पिया;
बस प्रेम-ही-प्रेम हो जीवन में;
जल-सिंधु के प्रवाह सम,
अंत:हृदय सागर-कूल..

Dated 26 March, 2011

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