अजीब से बच्चे
वो गोद में बैठ
या
कंधे से लटक
लोरियाँ नहीं सुनना चाहते
ना किस्से।
वो सिहर जाते हैं,
जब गुजरता हूँ
उनके पास से
उनकी हंसी,
दबी-दबी सी है
पर,
वो रोते तो कभी नहीं दिखे मुझे।
खेलते तो हैं
आपस में,
पर सहम जाते हैं
जब दिखाऊं
चॉकलेट या बिस्कुट।
अक्सर सोते हुए
चौंक कर उठ जाते हैं
बिस्तर में।
ये कैसे बच्चे हैं,
जो हम बड़ों के
एहसास से भी डरते हैं।
14 -अगस्त - 2021
या
कंधे से लटक
लोरियाँ नहीं सुनना चाहते
ना किस्से।
वो सिहर जाते हैं,
जब गुजरता हूँ
उनके पास से
उनकी हंसी,
दबी-दबी सी है
पर,
वो रोते तो कभी नहीं दिखे मुझे।
खेलते तो हैं
आपस में,
पर सहम जाते हैं
जब दिखाऊं
चॉकलेट या बिस्कुट।
अक्सर सोते हुए
चौंक कर उठ जाते हैं
बिस्तर में।
ये कैसे बच्चे हैं,
जो हम बड़ों के
एहसास से भी डरते हैं।
14 -अगस्त - 2021
Comments
Post a Comment