बदलाव की बयार - चित्रयवनिका
बदलाव की बयार - शरनाज़ इसे बनने दो वह शक्ति जो बहती है शान्ति के आँचल में. एक बंधन जो प्रहरी है, मानवीय भाईचारे का, एक मोक्षक, सम्वेदना-वाहक प्रेम-दूत मानवता का रक्षक, स्वागत है! उस बदलाव की बयार का! बदलाव की बयार - एवरिल हो रही है, पौधों मे फ़ुसफ़ुसाहट; एक नई शुरुआत की, हमारे अन्तर्मन की कामना, सच की तलाश की, एक संज्ञान का जागरण प्रत्यावर्तन हेतु धरती की पुकार एक अंदरुनी चाहत जो है सीमाओं से अनभिज्ञ.. बदलाव की बयार - चित्रयवनिका स्वागत है! उस बदलाव की बयार का! पौधों में, एक नई शुरुआत की सरसराहट; एक शक्ति, जो बहती है शन्ति के परों तले: एक जागृती बचाव हेतु, धरती की पुकार. प्रस्तुत है अब! एक रक्षक सम्वेदना-वाहक सत्यार्थी प्रेम-दूत; मोक्षक: एक अंदरुनी कामना अंतर्मन में रोपित; सीमाओं से अनभिज्ञ एक प्रहरी बंधन मानवीय भाईचारे का. अनुवादित: दिवाकर ए पी पाल Dated 29 May, 2011