A short verse, Flattering d grl!!
इतनी लौ खुदा में लगाते, तो पीर न हो जाते! पर तेरी बाहों का सुकून, खुदाई में कहाँ पाते.. ये तो इनायत है रब की, की तू है मेरे साथ, वर्ना खुदा को हम, कब भला पहचान पाते.. dated March 2009
"छलकते पैमाने" हिन्दुस्तानी कवित्त में मेरे प्रयोगों का एक ब्लॉग है."छलकते पैमाने" में अब आप कुछ आधुनिक, अन्य भाषाओं की कविताओं के हिन्दी अनुवाद भी पाएंगे.. आशा है, "छलकते पैमाने" का उद्देश्य जो, हिन्दी साहित्य का विश्व-धारा में गौरवांवित स्तर पर संयोजन है, में कुछ सहयोग करेगी..